Bhoot ki kahani
अचानक से वह लड़की की भुत बच्चो के सामने आई और जोर जोर से हसने लगी। और कहा की अब तुम सब मेरी बंदी हो, मई किसी को जिन्दा नहीं छोडूंगी।
रमेश रेलवे स्टेशन पर गार्ड की नौकरी करता था। उसकी शिफ्ट हाल ही में रात की हो गई थी और उसका ट्रांसफर एक ऐसे रेलवे स्टेशन पर कर दिया गया था जो काफी सुनसान और वीरान था। वहां से ज्यादा गाड़ियां नहीं गुजरती थी और प्लैटफॉर्म भी अक्सर सुनसान ही रहता था।
मुझे लगा कि वह उसकी आत्मा होगी । तभी प्रीति के पापा ने मुझे दिखाया कि देख लो उसकी तस्वीर पर माला पड़ा हुआ था। तभी मैं भागकर अपने घर पहुंचा फिर मैंने उस चिट्ठी को जला दीया .
और सब लोग एक साथ ही बैठना याद रहे की कोई अकेले कहीं उठकर नहीं जाएगा।
Regardless of whether it’s the adventures in a very mysterious jungle or perhaps the deep-seated morals found in folk tales, this selection makes sure a combination of enjoyment and valuable lifetime lessons, rendering it a go-to spot for readers trying to get both of those enjoyment and wisdom in the artwork of storytelling.
जीवन में लक्ष्य का होना ज़रूरी क्यों है ?
गौरब डर कर भाग ने की कोसिस कर रहा था की उस औरत की आत्मा ने उसका एक हात पकड़ लिआ। और गौरब से बिनती करने लगा की मेरी मदद करो। यह सुनकर गौरब चौंक गया।
एक्सक्लूसिव अपडेट, रिकमेंडेशन और विशेष डिस्काउंट प्राप्त करें।
उसने देखा कि आदमी को ठंड लग रही है। वह आदमी कुछ बोल नहीं रहा था। उस आदमी ने कुछ नहीं कहा। अरे कुछ बताओ भी कौन हो?
बच्चों ने मिलकर उस मंत्र को पड़ना शुरू किया। अचानक से एक रोशनी घर के अंदर आई और उस भुत को साथ ले गई। भुत के घर से बाहर जातेहि घर के सारे दरवाजे और खिड़कियां अपने आप खुल गई और बच्चे दौर कर बाहर निकल आये।
सड़क एकदम खाली था और चारो तरफ सन्नाटा छाया हुआ था दूर दूर तक एक भी आदमी नज़र नहीं आ रहा था , सड़क के किनारे घाना जंगल और पहाड़ भी थे जो अपने आप मैं भी एक डर जैसा माहौल बना रहे थे लेकिन मुझे इन से क्या फर्क पड़ता मैं तो बस मस्ती मैं अपनी बाइक चला रहा था ।
गौरब अपने दोस्तों की मदद से उस आत्मा की शरीर को ढूंढ़ता है जोकि उसे एक पेड़ के निचे मिलता है। फिर गौरब पुलिस को ये सुचना देता है और पुलिस उस आत्मा के पति को गिरफ्तार करता है और कोट उसे आजीबन करबास की सजा सुनाता है।
नगर में पमिनाबहन के अनुभव की बात फैलने पर नगर के किसी अनुभवी व्यक्ति के द्वारा यह पता चला कि जिस मकान में पमिनाबहन का परिवार रहता है, उस जगह के पुराने मालिक के पास से, उसके सगे संबंधियों ने वह मकान हड़प लिया था। और मरते वक्त भी मकान मालिक का जी उसी मकान में था, इसी कारण वह इन्सान अपने मकान में किसी भी व्यक्ति की मौजूदगी बर्दाश्त नहीं कर पाता था।
पमिनाबहन जिस मकान में रहती थीं उस मकान में अचानक अजीबो-गरीब घटनायेँ होने लगीं। जैसे कि –